ज्येष्ठ का महीना होगा 59 दिनों का; सूर्य और चंद्रमा की गणना के संतुलन के लिए हिंदू पंचांग में जुड़ेगा ‘अधिक मास’।
साल 2026 में 13 महीने होने का वैज्ञानिक और ज्योतिषीय कारण
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल 2026 सामान्य लग सकता है, लेकिन हिंदू पंचांग के नजरिए से यह वर्ष बहुत खास होने वाला है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 2026 में 12 के बजाय 13 महीने होंगे। हिंदू पंचांग में इस अतिरिक्त महीने को ‘अधिक मास’ या ‘मलमास’ कहा जाता है। यह स्थिति तब बनती है जब सौर वर्ष (365 दिन) और चंद्र वर्ष (354 दिन) के बीच लगभग 11 दिनों का अंतर आ जाता है। इस अंतर को पाटने और ऋतुओं व त्योहारों का संतुलन बनाए रखने के लिए हर 32 महीने और 16 दिन में एक अतिरिक्त चंद्रमास जोड़ा जाता है।
59 दिनों का होगा ज्येष्ठ का महीना: महत्वपूर्ण तिथियां
वर्ष 2026 में ज्येष्ठ का महीना सामान्य 30 दिनों के बजाय 59 दिनों का होने वाला है। इसका अर्थ है कि ज्येष्ठ का महीना लगभग दो महीने तक चलेगा। पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास की शुरुआत 17 मई 2026 से होगी और यह 29 जून 2026 तक चलेगा। इसमें 17 मई से 15 जून 2026 तक की अवधि ‘अधिक मास’ कहलाएगी। इस खगोलीय घटना के कारण साल 2026 के त्योहारों और तिथियों में भी काफी बदलाव देखने को मिलेगा।




















