पहाड़ों पर सक्रिय हुआ पश्चिमी विक्षोभ; उत्तर प्रदेश और बिहार में ‘कोल्ड डे’ की स्थिति, जबकि महाराष्ट्र में शीतलहर का असर जारी।
पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में तापमान का बदलाव
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, एक नया ‘पश्चिमी विक्षोभ’ (Western Disturbance) हिमालयी क्षेत्रों में दस्तक दे रहा है। इसके प्रभाव से २१ दिसंबर के आसपास जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश की ऊंची पहाड़ियों पर मध्यम से भारी बर्फबारी होने की संभावना है। मनाली जैसे इलाकों में हल्की बारिश और बर्फ की फुहारें देखने को मिल सकती हैं। हालांकि, इस सिस्टम के कारण राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी होगी, जिससे रात की ठंड से आंशिक राहत मिल सकती है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में घने कोहरे के कारण ‘कोल्ड डे’ की चेतावनी
अगले तीन दिनों तक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और बिहार में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा। विशेष रूप से उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में कोहरा दिनभर बने रहने का अनुमान है, जिससे वहां ‘कोल्ड डे’ (शीत दिवस) की स्थिति बनी रहेगी। दिन में सूरज नहीं निकलने के कारण अधिकतम तापमान में भारी गिरावट आएगी और कड़ाके की ठंड महसूस होगी। पंजाब के तराई वाले इलाकों जैसे गुरदासपुर और पठानकोट में बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी की भी संभावना है।
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में शीतलहर जैसी स्थिति
मध्य और दक्षिण भारत की बात करें तो महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहने का अनुमान है। मध्य प्रदेश के इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर (Cold Wave) जैसे हालात बन सकते हैं। महाराष्ट्र में भी शुष्क और ठंडी हवाओं के कारण कड़ाके की ठंड बनी रहेगी। हालांकि, २२ दिसंबर के बाद दक्षिण भारत और महाराष्ट्र के तापमान में धीरे-धीरे मामूली वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे ठंड का असर थोड़ा कम हो सकता है।
पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत का मौसम हाल
ओडिशा, झारखंड और पूर्वोत्तर राज्यों में सुबह के समय हल्का से मध्यम कोहरा देखने को मिलेगा। इन क्षेत्रों में बारिश की कोई संभावना नहीं है और मौसम मुख्य रूप से शुष्क बना रहेगा। पूर्वी भारत में दिन का तापमान सामान्य के आसपास रहने की उम्मीद है, लेकिन सुबह और रात के समय ठंडी हवाओं का प्रभाव जारी रहेगा।








