प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर के सही चुनाव से बढ़ेगी फूलों की संख्या; जानें चमत्कार और डबल स्प्रे करने का सही समय।
चने की खेती में पीजीआर (PGR) का महत्व
चने की फसल में अक्सर यह देखा जाता है कि पौधा वानस्पतिक विकास (Growth) तो बहुत ज्यादा कर लेता है, लेकिन उसमें फूल और फलियां सही मात्रा में नहीं लग पातीं। ऐसी स्थिति में किसान भाई प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर यानी पीजीआर का सहारा लेते हैं। बाजार में घरडा कंपनी का ‘चमत्कार’ और गोदरेज कंपनी का ‘डबल’ ये दो प्रमुख उत्पाद काफी लोकप्रिय हैं। इन दोनों का उपयोग फूल आने की अवस्था में किया जाता है ताकि पैदावार को बढ़ाया जा सके।
घरडा ‘चमत्कार’ का उपयोग कब और कैसे करें?
घरडा कंपनी के चमत्कार में ‘मेपिक्वाट क्लोराइड’ (Mepiquat Chloride) पाया जाता है। अगर आपकी चने की फसल में अभी फूल नहीं आए हैं या आने वाले हैं, तो ऐसी स्थिति में चमत्कार का स्प्रे करना ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। यह पौधे की अनावश्यक बढ़वार को रोककर उसकी ऊर्जा को फूलों के विकास की ओर मोड़ता है। इसके उपयोग के लिए 180 से 200 मिलीलीटर दवा को 200 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ स्प्रे करने की सलाह दी जाती है।




















